Th11/रेमु और सुइका की कहानी

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This page is a translated version of the page Th11/Reimu and Suika's Scenario and the translation is 99% complete.
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१० जुलाई, २०१६ को ख़त्म हुआ।

चरण १

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अँधेरी हवाई सुरंग
Kisume enters
Kisume defeated

Reimu

#0@34मुझे ऐसे गीले भीगे हुए जगह पर क्यों आना पड़ा?

#0@42??? (....ओए....)

Reimu

#0@50क्या? और अब मुझे आवाज़ें सुनाई दे रही हैं।

#0@58सुइका (अरे, तुम सचमुच मुझे सुन सकती हो। हम तुम्हारे यिन-यांग गोलों (ऑप्शन) से बात कर सकते हैं।)

#0@66सुइका (युकारी ने इन्हें बनाया!)

Reimu

#0@74आह, परेशान करते गोले।

Reimu

#0@82तो इसका क्या मतलब? तुम मेरे हर हरकत पर नज़र रखोगी?

Yamame Kurodani enters

???

#0@90अरे? एक इंसान? कितना अनोखा है।

<Boss title>

Yamame

#0@162क्या तुम धरती के नीचे खेलने आई हो? वहाँ नीचे एक बड़ी दावत हो रही है।

Yamame

#0@170वो किसी को वापस नहीं भेजेंगे, इसलिए जाओ, मज़े करो।

#0@178सुइका (....मेरे पास ये टीवी और ये मोबाइल-जैसी चीज़ है जो युकारी ने बनाया।)

#0@186सुइका (....पर ये मोबाइल होता क्या है?)

Reimu

#0@194क्या तुम ध्यान दे रही हो? एक ज़िंदा दुश्मन संधिपाद (अर्थ्रोपोड) हमारे सामने खड़ा है।

Reimu

#0@202अगर तुम बस गपशप करने वाली हो, तो कुछ मत कहना, ठीक है?

Yamame

#0@210तुम अपने आप से बहुत ज़्यादा बातें करती हो, इंसान। तनाव में हो क्या?

#0@218सुइका (....अरे, एक थल मकड़ी! पुरानी यादें ताज़ा हो गईं!)

Yamame

#0@226पुरानी यादें? कौन हो तुम?

Yamame

#0@234खैर, जो भी हो। तुम संदिग्ध लगती हो, तो मैं तुम्हें यहीं हरा दूँगी।

क़ैद योकाई ~ खोया स्थान
Yamame Kurodani defeated

Reimu

#1@30तो ये पुरानी यादें क्या थीं?

#1@38सुइका ([खर्राटों की आवाज़])

Reimu

#1@46सो रही है? क्या वो भूखी है?

चरण २

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जिस पुल को लोग और पार नहीं करते
Parsee Mizuhashi enters
Parsee Mizuhashi defeated

Reimu

#0@34ये सुरंग आख़िर कितनी दूर तक जाता है?!

#0@42सुइका (....क्या हम पहुँच गए?)

Reimu

#0@50मुझे कैसे पता होगा? मैं ये भी नहीं जानती कि हम जा कहाँ रहे हैं।

ईर्ष्या से हरी आँखों
Parsee Mizuhashi enters

???

#0@58अरे, क्या तुम इंसान हो?

???

#0@130एक इंसान को पुरानी राजधानी में क्या चाहिए?

Reimu

#0@138पुरानी राजधानी?

<Boss title>

Parsee

#0@146क्या तुम हमारे शापित शक्ति के खोज में आई हो?

#0@154सुइका (बिलकुल नहीं, उसकी परवाह किसे है?)

#0@162सुइका (क्या तुम पुल की राजकुमारी हो?)

Parsee

#0@170तुम्हें मेरे बारे में पता है? कौन हो तुम?

Reimu

#0@178मैं तुम्हारे बारे में कुछ नहीं जानती!

#0@186सुइका (वो ईर्ष्या से जलने वाली एक नीच योकाई है। क्या तुम भूगर्भ तक जाने वाली पुल पर पहरा दे रही हो?)

Parsee

#0@194हुँह। क्या तुम मुझे नीची नज़र से देख रही हो?

Parsee

#0@202ये नीच शक्ति भी इंसानों के लिए डरावनी होनी चाहिए।

Reimu

#0@210देखो, मैं तुम्हारे बारे में कुछ नहीं जानती।

Parsee

#0@218तो अनुभव करो एक डर के योकाई की शक्ति का, जिसे क़ैद में होना चाहिए था!

Parsee Mizuhashi defeated

Reimu

#1@30आपने आप बातें करना बंद करो!

#1@38सुइका (हम लगभग पहुँच गए।)

Reimu

#1@46मतलब? लगभग कहाँ?

#1@54सुइका (जिस दुनिया में हम रहते हैं।)

Reimu

#1@62क्याा? हम आख़िर कहाँ जा रहे हैं....?

चरण ३

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पुराने नरक के सड़कों से गुज़रना
Yuugi Hoshiguma enters

???

#2@30अरे, तुम तो काबिल हो।

???

#2@38पता नहीं तुम कौन हो, पर कहते हैं एक झगड़ालू मेहमान के लिए एक झगड़ालू स्वागत ही सही!

Yuugi Hoshiguma pauses

???

#3@30मुझे तुम पसंद हो!

???

#3@38हम बहुत मज़े करेंगे, इसलिए पीछा करती रहो जब तक ये तुम्हारे बर्दाश्त के बाहर न हो जाए!

Reimu

#3@46लेकिन मैं तुम्हारे साथ पीना नहीं चाहती।

Boss battle

Reimu

#0@34ऊफ़! मेरे सामने घूमना बंद करो, तुम रास्ता रोक रही हो!

???

#0@42अरेरे, कितनी पत्थरदिल हो। और ज़मीन के लोग यहाँ नीचे शायद ही कभी आते हैं।

#0@50सुइका (ओ! मैं सोच रही थी वो कौन है! काफ़ी दिनों बाद मिली, यूगी!)

???

#0@58अरे? तुम मुझे जानती हो?.... कौन हो तुम?

#0@66सुइका (मैं हूँ भई, मैं। अब ये मत कहना कि तुम मुझे भूल गई क्योंकि मैं थोड़ी देर के लिए ज़मीन पर खेलने चली गई....)

???

#0@74वो शराबी जैसी आवाज़.... क्या तुम हो, सुइका?!

#0@82सुइका (मैं फिर से पहाड़ों की चढ़ाई करना चाहती हूँ, बस हम चार।)

???

#0@90वाह, तुम तो बहुत बदल गई हो.... तुम बिलकुल एक इंसानी पुजारिन जैसी दिख रही हो।

???

#0@98तुमने ऐसे शौक कब बना लिए?

Reimu

#0@106मुझे कैसे पता होगा?

Reimu

#0@114तुम मुझसे बात नहीं कर रही हो।

???

#0@122अरे? सुइका कहाँ गई?

Reimu

#0@130वो ज़मीन के ऊपर है। रुको, क्या तुम उसे जानती हो?

???

#0@138ज़मीन के ऊपर? आह, उसकी आवाज़ उस तावीज़ से आ रही है न?

Reimu

#0@146अगर तुम दोनों दोस्त हो, तो तुम भी एक दानव हो?

<Boss title>

Yuugi

#0@154बिलकुल। मैं सुइका के साथ पर्वत के चतुर्महाराज में से एक थी, महाबली यूगी!

Yuugi

#0@162ज़ाहिर है, मैं यहाँ पहाड़ों की चढ़ाई नहीं कर सकती।

Reimu

#0@170अच्छा। तो तुम ज़मीन पर हमला करने की कोशिश नहीं कर रही हो न?

Yuugi

#0@178आहाहाहाहा! हम भला ऐसा क्यों करेंगे?

Yuugi

#0@186ये जगह किसी ज़माने में नरक थी, पर अब ये हमारी जन्नत है।

Yuugi

#0@194यहाँ तक कि हम ज़मीन पर मौजूद साधुओं के शुक्रगुज़ार हैं। वो किसी को यहाँ परेशान करने आने नहीं देते।

Yuugi

#0@202पर सबसे ज़रूरी, तुम!

Yuugi

#0@210तुम इंसानों के मुक़ाबले ताक़तवर हो, और तुम सुइका को भी जानती हो।

ओओए पर्वत पर फूलों से जड़ी साके की थाली

Yuugi

#0@218मैं सालों से इतनी रोमांचित नहीं हुई थी!

Reimu

#0@226....मेरे चारों ओर हमेशा ऐसे लोग ही क्यों होते हैं?

Yuugi Hoshiguma defeated

Yuugi

#1@30बहुत ख़ूब!

Yuugi

#1@38सुइका की दोस्त ही इतनी ताक़तवर हो सकती है!

Reimu

#1@46तो तुम वाक़ई ज़मीन पर हमला नहीं करना चाहती?

Yuugi

#1@54नहीं, नहीं। ये एक दानव का वादा है।

Yuugi

#1@62बुरी आत्माओं को क़ैद करने के बदले में हमें भूगर्भ दिया गया था।

Yuugi

#1@70भूगर्भ हमारी जन्नत है। हमें और ज़मीन की परवाह नहीं।

#1@78सुइका (लेकिन हाल में कुछ अजीब हो रहा है। इस गीज़र के साथ-साथ बुरी आत्माएँ भी आ रही हैं।)

Yuugi

#1@86ओ, सुइका। तो बुरी आत्माएँ?

#1@94सुइका (हाँ, बहुत सारे भू आत्माओं के साथ। अगर ये चलता रहा तो कोई मुसीबत आ सकती है।)

Yuugi

#1@102सच में? अजीब बात है, उन पर कोई तो नज़र रख रहा होगा।

Reimu

#1@110क्या कह रही हो? मुझे इन बुरी आत्माओं के होने का कारण नहीं मिला है।

#1@118सुइका (क्योंकि किसी ने नहीं दिया है।)

#1@126सुइका (खैर, मैंने इस इंसान को मेरे लिए जाँच करने को कहा।)

#1@134सुइका (क्योंकि हम ये चोरी-छिपे नहीं कर सकते।)

Yuugi

#1@142अच्छा, तो ये बात है! ठीक है! तो मैं ये तुम्हारे हाथों में छोड़ती हूँ, इंसान।

Reimu

#1@150लेकिन मुझे नहीं पता कि कहाँ जाऊँ या किसकी जाँच करूँ!

चरण ४

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हार्दिक इच्छा
Cat enters
Cat defeated

Reimu

#0@34तो मतलब इस हवेली में बुरी आत्माओं पर नियंत्रण करने वाले दुश्मन हैं?

#0@42सुइका (हाँ, शायद।)

Reimu

#0@50हम तो चुपके से घुस गए.... खैर, ये योकाइयों का ठिकाना लगता है, तो ठीक ही होगा।

#0@58सुइका (ये यहाँ के सबसे घृणित व्यक्ति की हवेली है। इस हवेली की मालकिन कई आत्माओं पर नियंत्रण करती है।)

Reimu

#0@66भूगर्भ का सबसे घृणित व्यक्ति....? उसका बर्ताव ज़रूर बहुत बुरा होगा।

#0@74सुइका (ना, वो बड़ों जैसा बर्ताव करती है, और उसका आचरण भी अच्छा है, लेकिन....)

Satori Komeiji enters

???

#0@82....मेहमान? कितना अनोखा है।

???

#0@150....अच्छा, तो मेरी पालतू बिल्ली ने ज़रूर तुम्हें परेशान किया होगा।

Reimu

#0@158ओ, क्या तुम वो घृणित व्यक्ति हो?

???

#0@166बात ठहराने का ये अच्छा तरीका नहीं है।

???

#0@174....अच्छा।

???

#0@182....लगता है तुम लड़ाई करना चाहती हो, लेकिन तुम्हारे पास उसके किए एक अच्छी वजह नहीं है।

Reimu

#0@190अरे, तुम बहुत जल्दी समझ जाती हो, मेरे पास सचमुच कोई अच्छी वजह नहीं है।

???

#0@198....और अब तुम एक वजह ढूँढ़ रही हो। ....बुरी आत्माएँ, दानव? गर्म सोते? लूटपाट?!

Reimu

#0@206ओए! तुम्हें कैसे पता चला कि मैं....

सातोरी कन्या ~ तीसरी आँख

<Boss title>

Satori

#0@214ऐसी कोई चीज़ नहीं जो मुझसे छिपी हो।

Satori

#0@222मुझे अपना परिचय पहले देना चाहिए था, मैं हूँ सातोरी, भू आत्माओं के महल की मालकिन।

Satori

#0@230मेरी तीसरी आँख मुझे तुम्हारी सारी सोच बता देगा, चाहे तुम रोकने की कितनी भी कोशिश कर लो।

Reimu

#0@238तुम पता लगा सकती हो कि मैं क्या सोच रही हूँ? लोगों को ज़रूर इससे नफ़रत होगी।

#0@246सुइका (देखा? कोई उसके साथ रहना नहीं चाहता। अब, बचके रहना।)

Reimu

#0@254तुम (सुइका) भी मेरे साथ आई हो न? कुछ करो उसका!

Satori

#0@262किससे बात कर रही हो तुम....?

Satori

#0@270....ओ, अच्छा, ज़मीन पर एक दानव है। मुझे पता नहीं था।

#0@278सुइका (मैं जानती थी, मैं इतनी दूर हूँ कि वो मेरी मन की बात नहीं पढ़ सकती। मैं सुरक्षित दूरी पर हूँ।)

Reimu

#0@286ये सही नहीं है। ठीक है, मेरे मन को पढ़ने से पहले बस उसे हराना पड़ेगा।

Satori

#0@294"वो दानव संतुष्ट हो जाएगी अगर मैं इस महल के मालकिन को हरा दूँ।" ठीक है।

Satori

#0@302बदक़िस्मती से, अगर तुम मुझे हरा पाई तब भी ज़्यादा कुछ नहीं बदलने वाला।

#0@310सुइका (उससे ज़्यादा देर तक लड़ना खतरनाक है! जल्दी करो इससे पहले कि वो तुम्हारे दिल का पर्दाफ़ाश कर दे!)

Satori

#0@318अब तुम सोच रही हो, "कहीं इस सबके पीछे इसका हाथ तो नहीं?"

Satori

#0@326अरे? "क्या फ़र्क पड़ता है, चलो उसे ख़त्म कर ही देते हैं।"

Reimu

#0@334मैं बस यहाँ अपना काम ख़त्म करके ऊपर गर्म सोते में जाना चाहती हूँ!

Satori

#0@342पर लगता नहीं कि तुम इसे शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहती हो।

Satori

#0@350मुझे दिख रहा है। तुम्हारे मन में बसी दानमाकु!

Satori Komeiji pauses

Satori

#2@30असली खेल यहीं शुरू होती है!

Satori

#2@38ख़ौफ़ के यादों (आघात) के साथ सो जाओ, इतने भयानक कि तुम जाग उठो!

Satori Komeiji defeated

Satori

#1@30क्या बात है। मुझे लगा नहीं था कि ज़मीन का इंसान इतना शक्तिशाली हो सकता है।

Reimu

#1@38हाााँ। मैंने शायद उन दानमाकु के आकारों को कहीं देखा है....

#1@46सुइका (ओए ओए, उनमें से कुछ चालें मेरी थीं! अच्छा होगा अगर तुम उन्हें याद रखो....)

Satori

#1@54मैंने उन दानमाकु आकारों को चुना जो तुम्हारे दिल के गहराई में सबसे ताक़तवर लग रहे थे।

Reimu

#1@62क्या?

Satori

#1@70अरे, तुम और भी ताक़तवर आकारों को याद कर रही हो? मुझे फिर से नज़र डालने दो।

#1@78सुइका (ठीक है, उसे जो चाहे बोलती रहो, बुड़ बुड़ बुड़ बुड़।)

Reimu

#1@86बुड़ बुड़ बुड़ बुड़ बुड़, इस तरह?

Satori

#1@94शब्दों की ज़रूरत नहीं। अच्छा, तो एक गीज़र जिससे बुरी आत्माएँ निकल रही हैं....

Satori

#1@102मेरी एक पालतू जानवर उसका ध्यान रखती है। मैं तुम्हें आँगन तक ले जाती हूँ।

Reimu

#1@110आँगन?

Satori

#1@118तुम यहाँ से और गहराई तक जा सकती हो।

Reimu

#1@126आरे? मैं और नीचे नहीं जाना चाहती....

Satori

#1@134"ये मुझे गर्म सोते से और दूर ले जाएगा" ऐसा क्या....

चरण ५

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सुनसान नरक की लोरी
Cat enters
Cat defeated

Reimu

#0@34उफ़ ये जगह। ये बहुत ज़्यादा गर्म है!

#0@42सुइका (देखा जाए तो भू आत्माओं का महल)

#0@50सुइका (....धधकते आग के नरक के ऊपर बना था जब पुरानी राजधानी नरक का हिस्सा नहीं रही।)

#0@58सुइका (हम यहाँ आए हैं ताकि गीज़र और धधकती आग के नरक की बुरी आत्माओं दोनों का ध्यान रख सकें।)

Reimu

#0@66क्या, धधकती आग का नरक? क्या और नीचे जाना सही रहेगा?

Cat enters

Reimu

#0@142....ये एक और बिल्ली है।

Reimu

#0@150मुझे लगता है वो बिल्ली महल से मेरा पीछा कर रही है, डरावना है।

#0@158सुइका (संदिग्ध है।)

 

#0@162

Cat transforms into Rin Kaenbyou
शव यात्रा ~ सदा हँसमुख रहो!

???

#0@330टाडा~

???

#0@338ओए बहना, धधकती आग के नरक में मज़ा आ रहा है? ये दैत्याकार आग तेरी शरीर और आत्मा दोनों ले जाएगी।

Reimu

#0@346अरे। वो बिल्ली नहीं थी?

#0@354सुइका (नहीं, वो अब भी बहुत बिल्ली है।)

<Boss title>

Rin

#0@362एक बिल्ली बिल्ली ही होती है, पर मुझे एक आम बिल्ली समझने की गलती मत करना।

Rin

#0@370मैं यहाँ रह रही हूँ जब से ये जगह सच में नरक थी।

Rin

#0@378और अब मैं शवों और आत्माओं को पकड़कर उनका नियंत्रण करती हूँ। मेरी मेहनत रंग लाई है।

Reimu

#0@386क्या? आत्माएँ?

Reimu

#0@394मतलब हमें उसे हरा देना चाहिए, है न?

#0@402सुइका (ओए, तुम अग्नि रथों में से एक हो न? ओए ओए।)

Reimu

#0@410क्या? देवालय में आग के लिए एक ठेलागाड़ी है, लेकिन....

Rin

#0@418ओए, बहना, मैं तेरे आग की ठेलागाड़ी हूँ।

Rin

#0@426कोई शव मिलते ही मैं उसे इसमें लादकर नरक ले जाती हूँ!

Rin

#0@434मैं तेरा शव भी ले जाऊँगी!

Rin Kaenbyou defeated

Rin

#1@30बाप रे, बहना, तूने मेरी हड्डियाँ एक कर दीं। तेरी ताकत लाजवाब है।

Reimu

#1@38क्या हुआ उसे? कितनी अजीब बिल्ली है।

Reimu

#1@46खैर, अगर हम उसे हरा दें, तो क्या गीज़र ठीक हो जाएगा?

Rin

#1@54ना ना, गीज़र का ध्यान रखने वाली मैं नहीं हूँ।

Reimu

#1@62तो, गीज़र का ध्यान रखने वाले के पास ले जाओ।

Rin

#1@70और उसका ठिकाना है.... शायद भूगर्भ के बीचोंबीच में।

Rin

#1@78हाँ.... मैं वहाँ जाने की सलाह नहीं दूँगी, पर शायद तेरे जैसा ताकतवर....

Rin

#1@86उस धूल चटा सकता है।♪

Reimu

#1@94न जाने कैसे तुम मुझ में आत्मविश्वास भरकर घबराहट पैदा कर रहो हो।

#1@102सुइका (सब ठीक है। तुम हार नहीं सकती।)

Reimu

#1@110ओए, तुम। तुम भूगर्भ के बारे में बहुत कुछ जानती हो न?

Rin

#1@118अरेरे, चिंता करने की ज़रूरत नहीं। तेरी हड्डियों और आत्मा का ध्यान मैं रख लूँगी।

#1@126सुइका (अगर वो तुम्हारी शव पर हाथ साफ़ कर देगी, तुम कभी स्वर्ग नहीं जा पाओगी।)

#1@134सुइका (तुम ज़मीन के नीचे एक प्रतिशोधी आत्मा बनकर घूमती रहोगी। तुम हार नहीं सकती।)

Reimu

#1@142हाँ, चाहे जो भी हो जाए, मैं हारूँगी नहीं।

चरण ६

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पाताल की दैत्याकार आग
Rin Kaenbyou enters

Rin

#2@30अरे हाँ, मैं भूल गई थी।

Reimu

#2@150?

Rin

#2@210अगर तू नरक (यहाँ) के तल पर मर गई, तो ऐसे जलेगी कि तेरी राख भी नहीं बचेगी, इसलिए....

Rin

#2@390अगर मुझे तेरा शव चाहिए तो तुझे यहीं हराना पड़ेगा!

Rin Kaenbyou defeated

Reimu

#0@34मैं और बर्दाश्त नहीं कर सकती!

Reimu

#0@42मैं यहाँ नहीं रह सकती। मेरे फेफड़े झुलस जाएँगे।

#0@50सुइका (वैसे, ये धधकते आग के नरक का सबसे गहरा हिस्सा है....।)

#0@58सुइका (पापी इस नरक को वो जगह बताते थे जहाँ वो कभी कदम नहीं रखना चाहते।)

Reimu

#0@66वो ज़रूर बहुत पहले की बात होगी। मैं सोच भी नहीं सकती कि आजकल किसी को मरने के बाद ऐसी जगह भेजा जाएगा।

Utsuho Reiuji enters

???

#0@74मैंने काफ़ी समय से किसी पापी को नहीं देखा।

???

#0@142तुम बहुत मूर्ख होगी अगर तुम्हें धधकते आग के नरक में भेजा गया है।

Reimu

#0@150मुझे यहाँ भेजा नहीं गया है। मैं बस एक छोटे सैर पर निकली हूँ।

#0@158सुइका (वो एक नरक की कौवा है। वो एक नम्र पंछी है जो धधकते आग के नरक में मरे हुओं का शव खाती है।)

Reimu

#0@166मतलब वो सिर्फ़ भुना हुआ मांस ही खाती है। बड़े होने पर ये उसके लिए बुरा होगा।

#0@174सुइका (धधकते नरक का अवशेष उस गीज़र और बुरी आत्माओं का स्रोत है।)

#0@182सुइका (तो हमने सोचा कि आकर देखें क्या हो रहा है....)

#0@190सुइका (पर लगता है उसने कुछ भयानक खा लिया है....)

Reimu

#0@198क्या? कुछ भयानक?

???

#0@206क्या बड़बड़ा रही हो? क्या खाना बनने के लिए इस सैर पर आई हो?

#0@214सुइका (मुझे कुछ महसूस हो रहा है जो नरक में ठीक नहीं बैठता। उसने....)

#0@222सुइका (शायद एक देवता को खा लिया है।)

???

#0@230देखो, तुम्हारा शरीर अच्छे से भुन रहा है।

???

#0@238मैं तुम्हें अभी निगल जाना चाहती हूँ, पर जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए। सही स्वाद के लिए खाने का ठीक से भुनना ज़रूरी है।

Reimu

#0@246उससे पहले मैं तुम्हारे पंख काट डालूँगी।

Reimu

#0@254आजकल के इंसान धधकते आग के नरक डरते नहीं हैं, वहाँ रहते कौवों को भूल जाओ।

Reimu

#0@262ज़मीन पर कूड़ा खाने वाले कौवे ज़्यादा डरावने हैं।

<Boss title>

Utsuho

#0@270हाहाहा। तो तुम्हें धधकते आग के नरक से डर नहीं लगता?

Utsuho

#0@278तो एक इससे भी भयंकर ऊँचे तापमान और दबाव वाले दुनिया का क्या ख़्याल है?

#0@286सुइका (अरे रे कितनी बुद्धू है।)

Reimu

#0@294मतलब? क्या हुआ?

#0@302सुइका (मुझे उसके अंदर जो शक्ति महसूस हो रही है, वो यातागारासु है।)

Reimu

#0@310यातागारासु? एक कौवे एक अंदर एक सूरज का कौवा? ये तो उन रूसी गुड़ियों की तरह है!

#0@318सुइका (यातागारासु एक देव है जो परम ऊर्जा पर नियंत्रण करता है। रेमु, शायद तुम्हें भाग निकलना चाहिए।)

रहस्यवादी ज्ञान का सौर संप्रदाय ~ परमाणु संलयन

Utsuho

#0@326दुर्भाग्यवश, तुम नरक के इस उबलती केतली से बच नहीं सकती।

Utsuho

#0@334ये ऊँचा तापमान और दबाव की दुनिया जो समय को भी विकृत कर देता है, ये ज़मीन के ऊपर दुनिया को पूरी तरह बदल डालेगा।

Utsuho

#0@342परमाणु संलयन की शक्ति ही परम ऊर्जा है! क्या तुम मेरे साथ संलयन नहीं करना चाहती?

Utsuho Reiuji defeated
  • If player continued
Bad Ending #08
  • If player didn't continue
Good Ending #02