Th13/Marisa's Endings/hi: Difference between revisions

From Touhou Patch Center
Jump to navigation Jump to search
(Created page with "मिको के इंसानी गाँव में हाज़िर होते ही वे ग़ायब हो गए।")
(Created page with "एक साथ दस लोगों से बात करने और समझने की शक्ति के वजह से वह इंसानी गा...")
Line 35: Line 35:
{{dt|h1}}
{{dt|h1}}
{{dt|nochar|code=#0@22|tl=मिको के इंसानी गाँव में हाज़िर होते ही वे ग़ायब हो गए।}}
{{dt|nochar|code=#0@22|tl=मिको के इंसानी गाँव में हाज़िर होते ही वे ग़ायब हो गए।}}
{{dt|nochar|code=#0@23|tl=}}
{{dt|nochar|code=#0@23|tl=एक साथ दस लोगों से बात करने और समझने की शक्ति
के वजह से वह इंसानी गाँव में चर्चा की आम विषय बन गई।}}
{{dt|h1}}
{{dt|h1}}
{{dt|nochar|code=#0@24|tl=}}
{{dt|nochar|code=#0@24|tl=}}

Revision as of 20:16, 11 February 2018

अच्छा अंत ३

Gnome-colors-gtk-edit.svg e03.msg.jdiff

#0@0महासमाधि।

#0@1एक स्थान जहाँ दिव्य आत्माएँ (=इच्छाएँ) इकट्ठे होते थे ताकि मिको उनकी इच्छाएँ पूरी कर सके।

Marisa 

#0@2"तो, क्या इच्छा है तुम्हारी?

  

#0@3क्या? 'मुझे कुछ स्वादिष्ट चाहिए?' कुछ मशरूम खा लो।

  

#0@4'मेरी कमर में दर्द है?' मुझे एक अच्छा मसाज की जगह पता है।"

Marisa 

#0@5"बाप रे, तुम इन सब को इस तरह कैसे समझती हो?"

Miko 

#0@6"मैंने कहा न, इसका कोई लाभ नहीं अगर तुम एक साथ दस इच्छाएँ नहीं सुन सकती।"

Marisa 

#0@7"एक साथ दस.... क्या।"

Marisa 

#0@8

  

#0@9ऊफ़, एक दुसरे के ऊपर बोलना बंद करो!"

Miko 

#0@10"लोगों की इच्छाएँ पल पल में बदलती हैं।

  

#0@11अगर तुम एक-एक कर उनकी इच्छाएँ सुनोगी, तो नतीजे अलग होंगे।

  

#0@12इसलिए तुम्हें उन सब को एक साथ सुनना पड़ेगा, अन्यथा तुम्हें सच्चाई नहीं दिखेगी।"

Marisa 

#0@13"तुम नामुमकिन बातें कर रही हो, ओए।"

Miko 

#0@14"वैसे, मेरा मानना है कि ये दरअसल आसान है।"

Marisa 

#0@15"तुम साधारण भी नहीं हो न...."

#0@16मिको के पुनर्जीवन के बाद दिव्य आत्माएँ स्वाभाविक तौर पर इकट्ठे गो गए थे।

#0@17इंसानों के तुच्छ इच्छाएँ उनमें प्रतिबिंबित होती होती थीं।

#0@18वही उन दिव्य आत्माओं का असली रूप था।

#0@19मक़बरे में इकट्ठी होती आत्माएँ मारिसा से संभले जाने के लिए बहुत ज़्यादा थे।

#0@20इसलिए उसकी मक़बरे में दिलचस्पी ख़त्म हो गई, और वह अपनी आम ज़िंदगी में लौट गई।

#0@21तो फिर दिव्य आत्माओं का क्या हुआ?

#0@22मिको के इंसानी गाँव में हाज़िर होते ही वे ग़ायब हो गए।

#0@23एक साथ दस लोगों से बात करने और समझने की शक्ति के वजह से वह इंसानी गाँव में चर्चा की आम विषय बन गई।

#0@24

#0@25

#0@26

#0@26

#0@27



Gnome-colors-gtk-edit.svg e04.msg.jdiff

#0@0

#0@1

#0@2

#0@3

Marisa 

#0@4

Marisa 

#0@5

#0@6

#0@7

#0@8

#0@9

#0@10

#0@11

#0@12

Marisa 

#0@13

  

#0@14

Marisa 

#0@15

  

#0@16

#0@17

#0@18

#0@19

#0@20



Gnome-colors-gtk-edit.svg e10.msg.jdiff

#0@0

#0@1

Marisa 

#0@2

  

#0@3

  

#0@4

#0@5

#0@6

#0@7

#0@7

#0@8