१५ जून, १०१६ को ख़त्म हुआ।
|
pl12.msg.jdiff
|
कोमाची बनाम चिरुनो (चरण १)
|
♪ जिस स्तूप से फूलों की परछाई दिखती है
|
Komachi
|
#50@140 ये जगह बदला नहीं है।
|
???
|
#50@140 आह, कोई आ गया!
|
|
Cirno enters
|
|
<Boss title>
|
Cirno
|
#50@170 मैंने तुम्हें पहले नहीं देखा।
क्या तुम यहाँ पर आराम करोगी?
|
Komachi
|
#50@171 मेरे पास उतना खाली समय नहीं है....
लड़ाई के लिए उकसाना कि दुनिया की भव्यता है।
|
|
♪ मर्दानी कन्या के प्यार के कारनामे
|
Cirno
|
#50@172 ओ, तुम लड़ना चाहती हो?
|
|
|
Komachi
|
#51@50 तो चलो,
अगले जगह पर नज़र डालते हैं।
|
|
|
Cirno
|
#52@50 कितनी कमज़ोर हो।
मैं लड़ाई में पूरा ज़ोर भी नहीं दे पाई।
|
कोमाची बनाम रेसेन (चरण २,४ या ५)
|
♪ जिस स्तूप से फूलों की परछाई दिखती है
|
Komachi
|
#40@140 क्या कोई मूर्ख आत्महत्या करना चाहता है~?
|
???
|
#40@140 क्या....
|
|
Reisen Udongein Inaba enters
|
|
<Boss title>
|
Reisen
|
#40@170 क्या तुम लोगों को डराने की कोशिश कर रही हो?
|
Komachi
|
#40@171 मैं बस इस जगह को जाँचने आई हूँ।
|
|
♪ पागलपन की आँखें ~ अदृश्य पूर्णिमा
|
Reisen
|
#40@172 तुम वैसा कह रही हो, पर ज़ाहिर है
कि तुम आराम कर रही हो।
|
|
|
Komachi
|
#41@50 अगर मैं थोड़ा आराम नहीं करूँगी तो टूट जाऊँगी।
मुझे सैंकड़ों मरे हुए आत्माओं से जूझना पड़ रहा है।
|
|
|
Reisen
|
#42@50 मैं आत्महत्या नहीं करने वाली
इसलिए जल्दी करो और काम पर लौटो।
|
कोमाची बनाम तेई (चरण २,३, ४ या ५)
|
♪ जिस स्तूप से फूलों की परछाई दिखती है
|
Komachi
|
#80@140 अरे, ये तो वही ज़हरीली खरगोश है।
और आत्महत्या नहीं करना चाहती?
|
???
|
#80@140 मेरी बात सुनो!
|
|
Tewi Inaba enters
|
|
<Boss title>
|
Tewi
|
#80@170 मैंने खुद को मारने के बारे में कुछ नहीं कहा था न?
|
Komachi
|
#80@171 बाँस के फूल लगभग गिरने वाले हैं।
ठीक है, मेरा इंतज़ार करो।
|
|
♪ उसा मंदिर का सफ़ेद झंडा
|
Tewi
|
#80@172 तुम्हारा काम लगभग हो गया है न?
|
|
|
Komachi
|
#81@50 जब फूल पहले जैसे हो जाएँगे,
आत्महत्या की दर भी घट जाएगी।
|
|
|
Tewi
|
#82@50 अगर तुम काम से छुट्टी लेती रहोगी,
तो फूल पहले जैसे कैसे बनेंगे?
|
कोमाची बनाम साकुया (चरण ३)
|
♪ जिस स्तूप से फूलों की परछाई दिखती है
|
Komachi
|
#20@140 यहाँ पर उन्हें पहले की तरह हो जाना चाहिए....
बाप रे, यहाँ तो बहुत सारे भूत हैं।
|
???
|
#20@140 आह,
|
|
Sakuya Izayoi enters
|
|
<Boss title>
|
Sakuya
|
#20@170 तुम फिर से आराम कर रही हो। अगर तुम अपना
काम नहीं करोगी, तो भूत कम नहीं होंगे न?
|
Komachi
|
#20@171 आह, तो क्या तुम ख़ुदकुशी करने के बजाय
मेहनत कर रही हो?
|
|
♪ खिलने की रात
|
Sakuya
|
#20@172 नहीं।
शर्म की बात है।
|
|
|
Komachi
|
#21@50 जब मैं देखती हूँ कि ढेर सारा काम पड़ा है,
मुझे थोड़ा गुस्सा आता है।
|
|
|
Sakuya
|
#22@50 क्या तुम्हारा यहाँ समय बर्बाद करना सही है?
|
कोमाची बनाम योमु (चरण ४ या ५)
|
♪ पूर्वी भूतहा सपना ~ प्राचीन मंदिर
|
Komachi
|
#30@140 ये दुनिया साधारण है क्या....
|
???
|
#30@140 अरे?
|
|
Youmu Konpaku enters
|
|
<Boss title>
|
Youmu
|
#30@170 तब तुमने कहा था कि यहाँ भीड़ बढ़ जाएगी,
पर यहाँ तो सब ठीक है।
|
Komachi
|
#30@171 क्योंकि मैं मेहनत कर रही हूँ।
मैं पूरी कोशिश कर रही हूँ।
|
Youmu
|
#30@172 इस दुनिया में भीड़ न हो तो अच्छा है।
|
|
|
Komachi
|
#31@50 ये बुरा है।
मुझे यहाँ समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।
|
|
|
Youmu
|
#32@50 तुमने मुझपर हमला क्यों किया?
क्या तुम्हारे पास सचमुच उतना खाली समय है?
|
कोमाची बनाम मारिसा (चरण ६)
|
♪ जिस स्तूप से फूलों की परछाई दिखती है
|
Komachi
|
#10@140 मुझे लगभग एक भी बाँस का फूल नहीं दिख रहा।
मैं मौका पाकर उन्हें ढूँढ़ती हूँ।
|
???
|
#10@140 अरे?
|
|
Marisa Kirisame enters
|
|
<Boss title>
|
Marisa
|
#10@170 ई तो आराम की महारानी है।
आज क्या हुआ?
|
Komachi
|
#10@171 वो नाम मुझे किसने दिया?
|
|
♪ पूर्वी अँधेरी उड़ान
|
Marisa
|
#10@172 हमने दिया।
बस अभी।
|
|
|
Komachi
|
#11@50 तुम जैसा चाहे खेल सकती हो,
बस जहाँ तुम उदास न हो जाओ।
|
Komachi
|
#11@51 अगर तुम उदास रहोगी, तो तुम्हारा दृष्टिकोण और नज़रिया
छोटा पड़ जाएगा। उससे ईर्ष्या और घमंड पैदा होगी,
|
Komachi
|
#11@52 तुम उसे सही ठहराने की कोशिश करोगी,
और तुम एक रूढ़िवादी हो जाओगी।
|
Komachi
|
#11@53 और ऐसे दुखी इंसान वक़्त के साथ
अलग-थलग हो जाते हैं।
|
Komachi
|
#11@54 वो बेकार में अपनी अलगाव को सही दिखाने की कोशिश करते हैं,
जैसे कोई गपशप कर रहा हो। मैं उन्हें अलविदा कर देती हूँ।
|
Marisa
|
#11@55 भाषण बाद में देना।
इतना समय बरबाद करना ठीक नहीं हो सकता।
|
Komachi
|
#11@56 अरेरे। शायद मुझे भी शिकी जी की तरह
भाषण देने की आदत पड़ गई है।
|
|
|
Marisa
|
#12@50 ऊ बढ़िया है।
शिनिगामी होना मजेदार लगता है।
|
कोमाची बनाम यूका (चरण ७)
|
♪ जीवन का स्तूप
|
Komachi
|
#90@140 अरे, यहाँ के भूत और फूल
बिलकुल नहीं सुधरे हैं....
|
Komachi
|
#90@141 वैसे, वो ठीक हो जाएँगे।
|
Komachi
|
#90@142 मेरी रफ़्तार।
मेरी रफ़्तार।
|
|
♪ (कुछ नहीं)
|
???
|
#90@142 अरे,
|
???
|
#90@143 अभी भी आराम कर रही हो क्या?
|
|
Yuuka Kazami enters
|
|
♪ गेनसोक्यो, भूत और वर्तमान ~ फूल नगरी
|
|
<Boss title>
|
Yuuka
|
#90@173 तुम यहाँ हो, पर सानज़ु नदी काफ़ी दूर है।
|
Komachi
|
#90@174 म-मैं बस यहाँ जाँचने आई हूँ।
यहाँ के भूतों और फूलों की हालत।
|
Yuuka
|
#90@175 जगह-जगह जाँच करने से
तुम्हारा काम तो जल्दी नहीं होगा न?
|
Komachi
|
#90@176 काम के नाज़ुक हिस्सों को बाद में भी किया जा सकता है।
|
Yuuka
|
#90@177 सुनो, अगर तुम गर्मी से पहले सूरजमुखी में बसे भूतों को
वापस नहीं भेजोगी, तो सूरजमुखी थक जाएँगे, जानती हो न?
|
Komachi
|
#90@178 कोई बात नहीं।
मैं गर्मियों से पहले काम पूरा कर लूँगी।
|
Yuuka
|
#90@179 अजीब बात है, जब भी मैं तुम्हें देखती हूँ,
मुझे किसी और का चेहरा याद आता है।
|
Yuuka
|
#90@180 काम के तरफ़ वह आलसी और बेपरवाह रवैया।
|
Komachi
|
#90@181 यहाँ पुजारिन कौन है?!
|
Yuuka
|
#90@182 हाँ, सही कहा।
मुझे उसी का चेहरा याद आता है।
|
|
|
Komachi
|
#91@50 फूलों में बसे भूत बेपरवाह हैं,
इसलिए उन्हें जल्दी एहसास हो जाता है कि वो मर चुकी हैं।
|
Yuuka
|
#91@51 अरे, ऐसा है क्या?
मुझे लगा था कि उसका उलटा है।
|
Komachi
|
#91@52 जिन्हें मौत की परवाह नहीं, उनका नज़रिया चौड़ा होता है।
इसलिए वो अनुकूल होने में माहिर हैं।
|
Komachi
|
#91@53 "अरे, मैं मर गया। आ हा हा~!"
वो मौत का सामना वैसे करते हैं।
|
Yuuka
|
#91@54 वह बेपरवाही के जगह पागलपन लगता है।
|
|
|
Yuuka
|
#92@50 सूरजमुखी के लिए भी ज़रूरत से ज़्यादा
खिलना थका देने वाला है।
|
कोमाची बनाम रेमु (चरण ८)
|
♪ हिगान में वापसी ~ नदी किनारे का दृश्य
|
Komachi
|
#0@140 अच्छा, तो मैंने पूरे गेनसोक्यो पर नज़र डाल ली है।
|
Komachi
|
#0@141 हाँ, वह जैसे-तैसे ठीक हो जाएगा।
|
Komachi
|
#0@142 मेरी रफ़्तार।
मेरी रफ़्तार।
|
???
|
#0@142 तुम बड़े आराम से काम कर रही हो।
|
|
Reimu Hakurei enters
|
???
|
#0@172 देखकर लगता नहीं की भूतों की
तादाद में ज़रा सी भी कमी आई है~
|
Komachi
|
#0@173 अरे?
फिर से अपने आप को मारना चाहती हो क्या?
|
Komachi
|
#0@174 कितनी बार कहना पड़ेगा, कि
तुम्हारे आत्महत्या करने से किसी को भी फ़र्क नहीं पड़ेगा।
|
Komachi
|
#0@175 एक बार फिर से सोच लो।
|
|
<Boss title>
|
Reimu
|
#0@176 कौन आत्महत्या करने वाला है?
क्या तुम चाहती हो कि मैं करूँ?
|
Komachi
|
#0@177 अगर तुम नहीं करना चाहती तो ठीक है,
बस मेरे काम में दखल मत दो।
|
Reimu
|
#0@178 तुम्हें देखकर लगता नहीं कि तुम कुछ कर रही हो।
|
Reimu
|
#0@179 मैं तुम पर नज़र रखने आई क्योंकि इतने समय
बाद भी फूल पहले की तरह ठीक नहीं हो रहे हैं।
|
Reimu
|
#0@180 अगर तुम पसीना बहाना शुरू नहीं करोगी,
तो लगेगा जैसे मैं आलसी हो गई हूँ।
|
Komachi
|
#0@181 वैसा होगा क्योंकि तुम आलस की उस्ताद हो।
वो तुम्हारी उपाधि है।
|
Reimu
|
#0@182 आलसी कौन हो रहा है?
अब मारिसा जैसे बातें मत करो!
|
|
|
Reimu
|
#1@50 देखा, तुम फिर से आलसी बन रही थी।
|
Komachi
|
#1@51 शायद मैनें कुछ ज़्यादा ही आराम कर लिया।
|
Komachi
|
#1@52 पर कोई बात नहीं।
ऐसे छुट्टी लेने से मेरे काम की रफ़्तार बढ़ जाएगी।
|
Reimu
|
#1@53 सभी आलसियों का यही बहाना होता है न।
|
|
|
Reimu
|
#2@50 खेलना-कूदना बंद करो और एन भूतों को हिगान ले जाओ!
|
कोमाची बनाम एकी शिकी (अंतिम चरण)
|
♪ जीवन का स्तूप
|
Komachi
|
#130@140 हाह।
|
Komachi
|
#130@141 आज मैंने बहुत मेहनत की।
|
Komachi
|
#130@142 क्योंकि मैंने इतना काम किया है, भूतों की संख्या
कम हो जाएगी और फूल पहले जैसे हो जाएँगे।
|
???
|
#130@142 और यह मेहनत कहाँ है?
|
Komachi
|
#130@143 क्याँ!
|
|
Eiki Shiki, Yamaxanadu enters
|
|
<Boss title>
|
Eiki
|
#130@173 तुम नदी के दूसरे किनारे
तक पहुँची ही नहीं हो।
|
Komachi
|
#130@174 आ, अरे, मेरा मतलब....
जिन आत्माओं को मैं पार कराने वाली थी,
|
Eiki
|
#130@175 उन आत्माओं को?
|
Komachi
|
#130@176 वो आत्माएँ.... हाँ,
वो एकांतप्रिय और ईर्ष्यालु थे,
|
Komachi
|
#130@177 इसलिए मैंने नदी पार करने से
पहले ही उन्हें ख़त्म कर दिया।
|
Eiki
|
#130@178 बेकार के बहाने मत बनाओ।
|
Eiki
|
#130@179 अन्य यमों तक आत्माएँ पहुँचाई जा रही थी,
लेकिन मेरी ओर एक भी नहीं आई।
|
Eiki
|
#130@180 मेरे पास बहुत खाली समय था, इसलिए मैंने कुछ फूल तोड़े।
आएँगे, नहीं आएँगे, आएँगे, ....
|
Komachi
|
#130@181 क्या एक भी आत्मा आई?
|
|
♪ (कुछ नहीं)
|
Eiki
|
#130@182 बिलकुल नहीं।
क्योंकि तुम काम छोड़कर आराम कर रही थी।
|
Eiki
|
#130@183 सुनो,
|
Eiki
|
#130@184 हम ही हैं जो जीवन भर के पाप को तोलते हैं।
|
Eiki
|
#130@185 पाप पर फ़ैसला सुनाने वालों को
हमेशा निष्पक्ष होना चाहिए।
|
|
♪ साठवें वर्ष का पूर्वी न्याय ~ साठ सालों की क़िस्मत
|
Eiki
|
#130@186 हाँ, तुम बहुत ज़्यादा बहाने बनाती हो।
|
Komachi
|
#130@187 माफ़ कीजिए! मुझे माफ़ कीजिए!
|
Eiki
|
#130@188 ऐसे चलता रहा तो अगर मैं तुम्हें नहीं डाँटूँगी,
तुम्हें पूरी बात समझ में नहीं आएगी।
|
Eiki
|
#130@189 तुम्हें अकेला छोड़ देने से
मेरे निष्पक्षता पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।
|
Komachi
|
#130@190 मुझे माफ़ कर दीजिए!
मैं ऐसा फिर नहीं करूँगी। मैं सच्ची मेहनत करूँगी~!
|
Eiki
|
#130@191 क्या तुम मेरे फ़ैसले का अनुभव करना चाहती हो?
|
Eiki
|
#130@192 इसलिए, तुम्हें अब से थोड़े और
अनुशासन की ज़रूरत है।
|
|
|
|
Ending #13
|
|
|
Eiki
|
#132@50 तुम मेरे फ़ैसले के डर का
भी सामना कर सकती हो।
|