२५ अगस्त, २०१७ को ख़त्म हुआ।
चरण १
|
st01a.msg.jdiff
|
Reimu
|
#0@34 अब चलो, इन भूतों के मुखिया को ठिकाने लगाना है!
|
???
|
#0@42 अरे अरे, अतिथि?
|
|
Yuyuko Saigyouji enters
|
|
<Boss title>
|
Yuyuko
|
#0@110 ज़रा ठहरो।
मैं चाय बनाती हूँ।
|
Reimu
|
#0@118 उसकी ज़रूरत नहीं।
|
Reimu
|
#0@126 अब ज़रा बताना कि इन आत्माओं को उत्तेजित
करने का तुम्हारा क्या मकसद है?
|
Yuyuko
|
#0@134 क्या?
हाँ, मेरा मकसद आख़िर क्या हो सकता है?
|
Reimu
|
#0@142 उन्हें काबू में रखो!
वो बहुत भूतिया हैं!
|
Yuyuko
|
#0@150 वैसे, मुझे पता नहीं कि क्या चल रहा है....
|
|
♪ प्रेतों का नेता
|
Yuyuko
|
#0@158 परंतु यदि तुम इन आत्माओं के बारे में जानना
चाहती हो, तो तुम्हें मुझे हराना पड़ेगा!
|
|
Yuyuko Saigyouji defeated
|
Yuyuko
|
#1@30 तो?
आख़िर किस के बारे में बात कर रही थी?
|
Reimu
|
#1@38 तुम्हें ये मंडराते आत्माएँ दिख रही हैं ना?
ये सब क्या हैं?
|
Yuyuko
|
#1@46 ये दिव्य आत्मा के संतान हैं। क्षणभंगुर विचार,
जो इंसानों के प्रार्थनाओं से जन्मे हैं।
|
Yuyuko
|
#1@54 ये भूतिया हैं, परंतु उनका यहाँ
के आत्माओं से कोई संबंध नहीं है।
|
Reimu
|
#1@62 अच्छा।
तो परलोक में आना एक ग़लती थी?
|
Yuyuko
|
#1@70 मैं तुम्हें एक संकेत दूँगी।
|
Yuyuko
|
#1@78 मंदिर के पीछे का क़ब्रिस्तान संदिग्ध नहीं है।
|
Reimu
|
#1@86 अच्छा....
|
चरण २
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st02a.msg.jdiff
|
Reimu
|
#0@34 परलोक के मुक़ाबले मंदिर के पास
ज़्यादा आत्मा इकट्ठे हो रहे हैं।
|
Reimu
|
#0@42 फिर भी, अजीब बात है....
|
Reimu
|
#0@50 युयुको ने कहा था ये दिव्य आत्मा हैं....
|
Reimu
|
#0@58 पर क्या दिव्य आत्माओं को तादाद में इतने ज़्यादा
और इतना शोर मचाना चाहिए?
|
Reimu
|
#0@66 ये दिव्य आत्माएँ नहीं बल्कि आत्माओं की
आवाज़ें हैं जिन्होंने रूप ले लिया है....
|
???
|
#0@74 सुप्रभात।
|
|
Kyouko Kasodani enters
|
???
|
#0@142 तुम्हें हमेशा उचित अभिवादन का इस्तेमाल करना चाहिए।
|
Reimu
|
#0@150 आह, हाँ, सुप्रभात।
|
|
<Boss title>
|
Kyouko
|
#0@158 म्योरेन मंदिर का एक नियम है
"अभिवादन एक मानसिक मरूद्यान है।"
|
Reimu
|
#0@166 अरे हाँ, सही कहा।
ये एक योकाई मंदिर है।
|
Kyouko
|
#0@174 सो तो है। ये योकाइयों का मंदिर है
जो योकाइयों के प्रति दयालु है।
|
Reimu
|
#0@182 ख़ैर, तो मुझे तुम्हारा यहीं विनाश करना पड़ेगा!
|
|
♪ द्वार पर खड़ी योकाई लड़की
|
Kyouko
|
#0@190 झाड़ू लगाना, खाना बनाना और चुनौतियाँ
लेना मेरी सुबह की ज़िम्मेदारी है।
|
Kyouko
|
#0@198 गेनसोक्यो में इंसानी
चीखों को गूँजने दो!
|
|
Kyouko Kasodani defeated
|
Kyouko
|
#1@30 मुझे हराने से तुम्हें कोई फ़ायदा नहीं होगा।
|
Reimu
|
#1@38 लेकिन तुम एक योकाई हो।
तो इसकी ज़रूरत थी।
|
Kyouko
|
#1@46 तुम यहाँ किसलिए हो?
|
Reimu
|
#1@54 नहीं,
बस परखने आई थी।
|
Reimu
|
#1@62 लगता नहीं कि ये दिव्य आत्माएँ
मंदिर के अंदर इकट्ठे हो रहे हैं....
|
Reimu
|
#1@70 इनकी बू क़ब्रिस्तान से आ रही है।
क़ब्रिस्तान में दिव्य आत्माएँ....
|
चरण ३
|
st03a.msg.jdiff
|
|
Kogasa Tatara enters
|
Reimu
|
#2@34 अरे, तुम तो वही--
|
|
<Boss title>
|
Kogasa
|
#2@42 तुम आ गई!
|
Kogasa
|
#2@50 उधर पीछे एक लड़की पहरा दे रही है
जिसे मैंने कभी नहीं देखा...
|
Kogasa
|
#2@58 पर मैं उस पर जितना भी गोली बरसाऊँ,
मैं समय समाप्ति से हार जाती हूँ।
|
Kogasa
|
#2@66 तो क्या तुम उसका कुछ कर सकती हो~?
मैं हाथ जोड़ती हूँ।
|
Reimu
|
#2@74 (एक योकाई दूसरे योकाई का विनाश की विनती कर रही है।)
|
Reimu
|
#2@82 तो ठीक है।
मैं तुम सब को एक साथ हराऊँगी।
|
|
Kogasa Tatara defeated
|
Boss battle
Reimu
|
#0@34 ये रहस्यमय लड़की
कहाँ हो सकती है?
|
Reimu
|
#0@42 उसने कहा कि वो पहरा दे रही है,
पर न जाने किस की निगरानी कर रही है।
|
???
|
#0@50 पा-स म-त आ-ना- !
|
|
Yoshika Miyako enters
|
???
|
#0@118 इस जगह पर तुम
जैसे लोग नहीं घुस सकते!
|
Reimu
|
#0@126 क्या?
|
|
<Boss title>
|
Yoshika
|
#0@134 हम हैं जिआंग शी, जिन्हें इस भव्य समाधि
के सुरक्षा के लिए जागृत किया गया है।
|
Reimu
|
#0@142 तो तुम एक ज़ोंबी हो?
|
Yoshika
|
#0@150 हाँ, ज़ोंबी हूँ।
|
Reimu
|
#0@158 (एक ज़ोंबी के हिसाब से उसका रंगरूप बढ़िया है।)
|
Yoshika
|
#0@166 क्या तुम एक क़ब्र के दर्शन के लिए आई हो?
|
Reimu
|
#0@174 मैं इन दिव्य आत्माओं को जाँचने आई हूँ।
|
Yoshika
|
#0@182 दिव्य आत्माएँ?
वो क्या हैं? क्या उन्हें सोखना आसान है?
|
Reimu
|
#0@190 अरे, तुम भी वो नहीं हो?
अजीब है....
|
|
♪ सख़्त जन्नत
|
Yoshika
|
#0@198 जो भी हो, मुझे इस इलाक़े को मंदिर के
वासियों के बचाने के लिए जागृत किया गया था!
|
Yoshika
|
#0@206 तुम भी हमारी एक साथी बन जाओगी!
गहरी नींद से जागे एक दानमाकु के द्वारा!
|
|
Yoshika Miyako defeated
|
Yoshika
|
#1@30 बा-प रे-!
मैं- गई- का-म से-!
|
Reimu
|
#1@38 अब कह भी दो!
किस चीज़ की सुरक्षा कर रही थी?
|
Yoshika
|
#1@46 आ, ऊ....
ऊ, ओ....
|
Reimu
|
#1@54 अरे?
धरती में वापस समा जाने का वक़्त आ गया क्या?
|
Yoshika
|
#1@62 ज़ोंबी अनंत और अमर होते हैं!
|
Yoshika
|
#1@70 कौन हो तुम?
|
Reimu
|
#1@78 बस बहुत हुआ।
शर्म की बात है कि तुम्हारा सिर सड़ गया है।
|
Reimu
|
#1@86 ख़ैर।
मुझे आगे बढ़ते रहना होगा।
|
Yoshika
|
#1@94 आह.... आख़िरकार।
|
|
Reimu Hakurei exits
|
Yoshika
|
#1@102 महासमाधि का दरवाज़ा खुलने वाला है....
|
चरण ४
|
st04a.msg.jdiff
|
Reimu
|
#0@34 कोई शक नहीं।
सारी दिव्य आत्माएँ यहाँ इकट्ठे हो रहे हैं!
|
Reimu
|
#0@42 और से साफ़ पता चल रहा है।
|
|
Seiga Kaku enters
|
???
|
#0@134 अरे, जल्दी आ गई।
|
Reimu
|
#0@142 कौन हो तुम?
क्या सचमुच....
|
|
<Boss title>
|
Seiga
|
#0@150 लगता है तुमने मेरी प्यारी
दासी का अच्छा ध्यान रखा....
|
Reimu
|
#0@158 प्यारी दासी?
मतलब वो सड़ी हुई दासी?
|
Seiga
|
#0@166 हाँ, वो सड़ी हुई और प्यारी है ना?
|
Reimu
|
#0@174 अच्छा।
तो तुम उस लाश को नियंत्रित कर रही थी।
|
Reimu
|
#0@182 उस बेस्वाद और बेकार पहरेदार
को यहाँ छोड़ने का क्या मतलब है?
|
Seiga
|
#0@190 बेस्वाद और.... बेकार?
|
Reimu
|
#0@198 हाँ, बेकार। उसका सिर सड़ चुका है।
वो पहरा देने के लायक नहीं है।
|
Seiga
|
#0@206 अरे, पर सब बेकार नहीं है।
|
|
Yoshika Miyako enters
|
Yoshika
|
#0@214 प्रणाम
|
Seiga
|
#0@222 देखा, मेरी जिआंग शी की विशेषता
उसकी कठोरता है।
|
Reimu
|
#0@230 ....
|
Reimu
|
#0@238 क्या तुम्हें मालूम नहीं कि हारने के बाद तुम्हें
एक चरण के लिए चुप बैठना पड़ता है?
|
|
♪ पुरानी युआनशिआन
|
Seiga
|
#0@246 तो क्या तुम एक और मुक़ाबला झेल सकती हो? इस लड़की के
साथ जिसने मक़बरे के दिव्य आत्माओं को सोख लिया है?
|
Reimu
|
#0@254 पूछने की ज़रूरत नहीं!
|
Reimu
|
#0@262 अब तुमने ये साफ़ कर दिया है! दिव्य आत्माओं की
अशांति के पीछे किसी दुष्ट का हाथ है!
|
|
Seiga Kaku and Yoshika Miyako defeated
|
Seiga
|
#1@30 गेनसोक्यो के पुजारिन से यही अपेक्षा थी। किसने सोचा था
कि तुम एक अमृत निर्माता को चोट पहुँचा सकती हो?
|
Reimu
|
#1@38 अब चलो, इन असाधारण दिव्य आत्माओं को रोको!
|
Seiga
|
#1@46 मैंने इन दिव्य आत्माओं के
साथ कुछ नहीं किया है।
|
Reimu
|
#1@54 सरासर झूठ!
तुम यहाँ इकट्ठे हुए दिव्य आत्माओं को नहीं छुपा सकते!
|
Seiga
|
#1@62 वो यहाँ हैं क्योंकि
उसे पुनर्जीवन मिलने वाला है....
|
Seiga
|
#1@70 वो कई इच्छाओं को स्वीकार कर सकती है ना।
यहाँ तक कि इंसानी इच्छाएँ भी उसके पास एकत्र होने लगते हैं।
|
Reimu
|
#1@78 तो एक बुरी खलनायक या वैसे किसी
का पुनर्जीवन होने वाला है?
|
Seiga
|
#1@86 खलनायक?
नहीं, नहीं।
|
Seiga
|
#1@94 खलनायक का पुनर्जीवन हो चुका है।
बस कुछ ही पल पहले।
|
Reimu
|
#1@102 क्या?
|
Seiga
|
#1@110 जिसने उसके पुनर्जीवन को रोकने
के लिए यहाँ मंदिर बसाया था--
|
Seiga
|
#1@118 --वही असली खलनायक है।
उसने योकाइयों के सुरक्षा के लिए एक मंदिर बनाया।
|
Seiga
|
#1@126 यहाँ अंदर एक साध्वी है जिसके
दम पर हमारा भविष्य कायम है।
|
Reimu
|
#1@134 ठीक है।
जो भी हो।
|
Reimu
|
#1@142 ख़ैर, मैं लड़ने वाली हूँ।
मैं किसी अजीब चीज़ को पुनर्जीवित होने नहीं दे सकती।
|
चरण ५
|
st05a.msg.jdiff
|
Reimu
|
#0@34 तो ये एक और अजीब मक़बरा है....
|
???
|
#0@42 आह, वह भाग्यशाली दिन अन्ततः आ गया।
|
|
Mononobe no Futo enters
|
???
|
#0@110 जिसने मेरे पुनर्जीवन की प्रशंसा की थी,
अपना नाम बताएँ।
|
Reimu
|
#0@118 मैंने कोई प्रशंसा नहीं की।
|
|
<Boss title>
|
Futo
|
#0@126 क्या?
|
Futo
|
#0@134 कृपया बताएँ, किस युक्ति से मेरा पुनर्जीवन सम्भव हुआ?
|
Reimu
|
#0@142 क्या पता।
|
Reimu
|
#0@150 मैं बस यहाँ हूँ तुम जैसे संदिग्ध लोगों
को पुनर्जीवित होने से रोकने के लिए।
|
Futo
|
#0@158 अच्छा।
तो ऐसा है।
|
Futo
|
#0@166 क्या तुम वह अन्तिम परिक्षण हो, जिसे
परास्त करने से मेरा पुनर्जीवन पूर्ण होगा?
|
Reimu
|
#0@174 ये क्या हो गया।
तुम मरे हुओं की अक़्ल नहीं है!
|
|
♪ महादेवियों की किंवदंती
|
Futo
|
#0@182 उत्तम!
|
Futo
|
#0@190 मैं तुम्हें परास्त कर पूर्ण रूप से जीवित विश्व में पधारूँगी।
और फिर, ताज राजकुमारी जी उत्थान करेंगी।
|
Futo
|
#0@198 परन्तु मेरे मन में तुम्हारे प्रति शत्रुता नहीं है।
|
Futo
|
#0@206 अनाम, तैयार हो जाओ, कारण है कि मैं मोनोनोबे की
गुप्त कला और ताओ के पथ का विलय दर्शाने वाली हूँ!
|
|
Mononobe no Futo defeated
|
Futo
|
#1@30 क-क्या उन्माद है ये?
तुम्हारी शक्ति वस्तुतः....
|
Reimu
|
#1@38 ख़त्म हो गया?
उतना भी महान नहीं था....
|
Futo
|
#1@46 ऐसा सम्पूर्ण पराजय....
|
Futo
|
#1@54 मैंने किस अर्थ से इन सहस्रचतुर्शत
वर्षों के लिए शयन किया?
|
Reimu
|
#1@62 (वो सोते वक़्त समय का
ध्यान कैसे रख रही थी?)
|
Futo
|
#1@70 हाँ, तुम्हारे परिसर में भ्रमण करते वस्तुएँ....
|
Futo
|
#1@78 सामान्य आत्माएँ?
सम्भवतः....
|
Futo
|
#1@86 ताज राजकुमारी पुनर्जीवित हो चुकी हैं!
|
Futo
|
#1@94 मैं यहाँ नहीं रह सकती,
मुझे क्षमा करो।
|
Futo
|
#1@102 वह एक अद्भुत युद्ध था,
आपका सादर धन्यवाद!
|
|
Mononobe no Futo exits
|
Reimu
|
#1@110 आह।
|
Reimu
|
#1@118 वो उत्साहित होकर ख़ुद ही चली गई।
|
Reimu
|
#1@126 ख़ैर, "अद्भुत युद्ध" से क्या मतलब था उसका?
वो तो हार गई।
|
चरण ६
|
st06a.msg.jdiff
|
Reimu
|
#0@34 कितने सारे दिव्य आत्माएँ इकट्ठे हो रहे हैं।
ये तारों से भरे आसमान जैसा है....
|
Reimu
|
#0@42 किसी वजह से....
|
Reimu
|
#0@50 ....ये जगह भयावह नहीं लग रही।
|
Reimu
|
#0@58 क्या मैं ग़लत थी?
|
???
|
#0@66 मैंने तुम्हारे सभी कर्मों को देखा है।
|
|
Toyosatomimi no Miko enters
|
???
|
#0@134 तुम सचमुच एक अद्भुत इंसान हो।
मुझे तुमसे बहुत कुछ सीखना है।
|
???
|
#0@142 वैसे, ऐसा कोई नहीं जिसे कुछ न
कुछ सीखने की आवश्यकता ना हो....
|
Reimu
|
#0@150 तुम मुझे कब से देख रही थी?
|
???
|
#0@158 मैंने तुम्हारे जन्म के समय से
पहले से तुम्हें देखती आ रही हूँ।
|
Reimu
|
#0@166 क्या?
|
???
|
#0@174 मैंने तुम्हारे योकाई विनाश के व्यवसाय को देखा है,
साथ ही तुम्हारे योकाइयों से मैत्री भी।
|
???
|
#0@182 तुम योकाई भिक्षुओं की बंधु हो जो मेरे
पुनर्जीवन को नकारना चाहते हैं, है न?
|
Reimu
|
#0@190 तुम्हारा मतलब ब्याकुरेन?
वो तो सिर्फ़ एक व्यापारिक प्रतिद्वंद्वी है। (धार्मिक अर्थ में)
|
Reimu
|
#0@198 ख़ैर, मेरे भूतकाल में देखने से
तुम्हारा क्या मतलब था?
|
|
<Boss title>
|
Miko
|
#0@206 जब मैं जीवित थी, तब मेरी शक्ति थी दस
व्यक्तियों के शब्दों को एक साथ समझने की।
|
Miko
|
#0@214 मेरे लंबे नींद के दौरान, मैंने आस्था की शक्ति ग्रहण की,
और मैं इंसानों "की" इच्छाएँ सुन सकती हूँ।
|
Miko
|
#0@222 इच्छाएँ इंसान के असली व्यक्तित्व को दर्शाते हैं।
|
Miko
|
#0@230 इसलिए इंसान की "दस इच्छाओं" को समझने से
तुम उन्हें पूरी तरह जान सकती हो।
|
Miko
|
#0@238 भूत, वर्तमान, और भविष्य में....
|
Miko
|
#0@246 फिर, तुम कहती हो--
|
Reimu
|
#0@254 अरे अरे, रुको ज़रा!
|
Reimu
|
#0@262 मुझे भी बोलने का मौक़ा दो!
मैं इतनी दूर जो आई हूँ!
|
|
♪ शोतोकु किंवदंती ~ सच्चा प्रशासक
|
Miko
|
#0@270 --उसकी आवश्यकता नहीं।
|
Miko
|
#0@278 क्योंकि मैंने तुम्हारे सभी
कर्मों को देख लिया है।
|
Miko
|
#0@286 हाँ, अब तुम बिना कारण के ही
मुझ पर अपना क्रोध व्यक्त करोगी।
|
Reimu
|
#0@294 सही कहा।
बिना किसी कारण के!
|
Miko
|
#0@302 मुझे इसी काल की प्रतीक्षा थी, जब इंसान
मेरे अस्तित्व को नकारते हैं और मैं एक किंवदंती बन चुकी हूँ!
|
Miko
|
#0@310 अब मुझे हारने का प्रयत्न करो!
और मैं एक जीवित किंवदंती बन जाऊँगी!
|
|
|
|
Toyosatomimi no Miko defeated
|
|
|
|
Ending #09
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|
- If player didn't continue
|
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Ending #01
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- If player has not continued, has 3 bombs or above, played in Normal difficulty or above, and cleared Ending No. ⧼01⧽
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Ending #02
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