Th08/भूत जोड़ी का अतिरिक्त मोड़

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मई २६, २०१६ को ख़त्म हुआ।

अतिरिक्त

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Keine Kamishirasawa enters

Keine

#2@60मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रही थी।

Keine

#2@140तुम्हारी हिम्मत को मानना पड़ेगा, जो पूर्णिमा की रात मुझे चुनौती देने आए हो।

Youmu

#2@230...ये भले ही अग्नि परीक्षा है, पर मैं तुमसे डरती नहीं!

Keine

#2@320मैं तुम्हें उस इंसान को हाथ लगाने भी नहीं दूँगी!

Keine Kamishirasawa defeated

Youmu

#0@60सारे हमले रुक गए.... बस ऐसे ही। सबसे ज़्यादा डर यहीं लगता है।

???

#0@61एक प्रेत जो साफ़ और चटकीला है।

???

#0@62रात के अँधेरे में। जब पौधे भी पूर्णिमा के नीचे सो रहे हैं।

Fujiwara no Mokou enters

???

#0@123प्रेतों का दिखना अजीब नहीं है, पर तुम्हारा हाव भाव काफ़ी अलग है।

Youmu

#0@124आह, वहाँ कोई है!

Yuyuko

#0@125योमु, वह वहाँ है।

मोको

Mokou

#0@126एक प्रेत के मुँह से वो सुनना अजीब है।

Yuyuko

#0@127....

Youmu

#0@128क्या, एक इंसान? मैं गलती से उसको काटने वाली थी।

Youmu

#0@129...पर, रात के इस समय एक इंसान? यह तो बहुत अजीब है।

Yuyuko

#0@130....

Mokou

#0@131मैं यहीं पर रहती हूँ। समय को भूल जाओ, तुम दोनों कहीं ज़्यादा अजीब हो।

Mokou

#0@132तो तुम दोनों को यहाँ क्या काम है?

Youmu

#0@133हम यहाँ पर अग्नि.... क्या, युयुको जी?

Yuyuko

#0@134योमु, उससे दूर रहो।

Youmu

#0@135युयुको जी....

Yuyuko

#0@136वह साधारण इंसानों से अलग है।

Yuyuko

#0@137उसे छूना मत। उसका श्राप तुम्हें भी जकड़ लेगा।

Yuyuko

#0@138उसे खाना मत। उसका विष तुम्हारे शरीर को जकड़ लेगा।

Yuyuko

#0@139और सबसे बुरा.... मेरी शक्तियों का उस पर कोई प्रभाव नहीं है।

Mokou

#0@140जिससे तुम अभी अभी मिली हो, उससे बात करने का ये कैसा तरीका है?

Mokou

#0@141और किन शक्तियों की बात कर रही हो? क्या करने की कोशिश कर रही थी?

Youmu

#0@142युयुको जी इंसानों में मौत जगा सकती हैं। अगर वह तुम पर काम नहीं करता तो....

Mokou

#0@143तो तुमने आते ही मेरी जान लेने की कोशिश की? बहुत ख़तरनाक प्रेत हो तुम।

Youmu

#0@144क्या तुम इंसान नहीं हो?

Youmu

#0@145तो मुझे समझ नहीं आ रहा कि युयुको जी तुमसे डर क्यों रही हैं।

Mokou

#0@146बदक़िस्मती से हाँ, मैं एक इंसान हूँ। बस बात ये है कि मैं अमर हूँ।

Yuyuko

#0@147होराई का इंसान.... यह डरावना है, योमु।

Youmu

#0@148आपको इस अग्नि परीक्षा से कोई भी समस्या नहीं थी। .... आपको अचानक क्या हो गया?

Youmu

#0@149मैं खुद ही इसका कोई हल निकलूँगी।

Youmu

#0@150मैंने कभी सोचा नहीं था कि पत्थर जैसी स्थिर युयुको जी को कोई डरा सकता है।

Mokou

#0@151शायद प्रेतों से मरी दोस्ती नहीं हो सकती?

Mokou

#0@152मैं बहुत चिड़चिड़ा महसूस कर रही हूँ। शायद मुझे हमला करना शुरू कर देना चाहिए~?

Youmu

#0@153पर उस में इतना डरवाना क्या है, युयुको जी?

Yuyuko

#0@154जो इंसान होराई अमृत को खा लेता है, वह अजर और अमर बन जाता है।

Yuyuko

#0@155यदि एक दूसरा इंसान उस अमर इंसान की आँतें खा ले,

Yuyuko

#0@156तो वह इंसान भी अजर और अमर हो जाएगा।

Yuyuko

#0@157और अगर एक भूत उसे खा ले....?

Yuyuko

#0@158तो एक अमर भूत का जन्म होगा।

Yuyuko

#0@159ऐसे होराई चक्र समाप्त होता है। उन्हें न निर्वाण प्राप्त होगा न पुनर्जन्म, और होराई का असर उन तक सीमित रहता है।

Yuyuko

#0@160तो तुम उन्हें नहीं खाओगी तो सब ठीक रहेगा।

Youmu

#0@161तो उन्हें मत खाइए!

Mokou

#0@162बाप रे, तुम प्रेत तो बहुत शोर मचाते हो।

Mokou

#0@163अगर मैं एक प्रेत बन गई, तो क्या तुम्हारी तरह अजीब बन जाऊँगी?

Mokou

#0@164अमर होने की वजह से मुझे कभी पता नहीं चलेगा।

Youmu

#0@165मैं बेकार में चिंता कर रही थी। युयुको जी जैसी की तैसी हैं।

Yuyuko

#0@166शायद मैं उन्हें फिर भी खा लूँ~। वह ताज़े, स्वच्छ आँतें स्वादिष्ट लग रहे हैं।

Youmu

#0@167जो आपकी शक्तियाँ नहीं कर पाएँगी, उनका ध्यान मैं रख लूँगी।

Mokou

#0@168आख़िर में, क्या मरे हुए सचमुच ज़िंदा जीवों को मार सकते हैं?

Youmu

#0@169हम शायद तुम्हें अपने जैसा न बना पाएँ, पर देखते हैं तुम्हारी अमरता के दावे में कितनी सच्चाई है।

Mokou

#0@170जो भूत निर्वाण को भूल गया है, वो पुनर्जन्म नहीं ले सकता। जो इंसान अमर है, उसने परलोक की दुनिया नहीं देखी है।

Mokou

#0@171बार-बार जन्म लेने से पहले अँधेरा होता है। बार-बार मौत मरने के बाद छाया होती है।

चाँद के लिए हाथ बढ़ाओ, अमर धुँआ

Mokou

#0@172मैं मौत को नहीं जानती, इसलिए मैं उस छाया के परे हूँ। उस अँधेरे संसार से आज़ाद इस सुंदर दानमाकु को देखो!

Fujiwara no Mokou defeated

Mokou

#1@60क-क्या, कैसे? मेरी और सहन नहीं कर सकती....

Youmu

#1@61भले ही तुम अमर हो, तुम्हारे शरीर की सीमाएँ हैं।

Yuyuko

#1@62तो हमारा दुश्मन हिल भी नहीं पा रहा। अभी!

Youmu

#1@63"अभी" से आपका क्या मतलब? हम उसे नहीं खा रहे हैं न?

Mokou

#1@64मैं मर नहीं सकती, पर मैं इस तरह लड़ भी नहीं सकती। पूरे शरीर में दर्द हो रहा है।

Yuyuko

#1@65भूत होना अच्छा है। शरीर में कभी दर्द नहीं होता। भूत बनना चाहोगी?

Mokou

#1@66क्या तुम सुन भी रही हो?

Youmu

#1@67एक अमर इंसान सचमुच दिलचस्प है। मैं बिना हिचकिचाहट के अपनी सारी शक्ति लगा सकती हूँ।

Yuyuko

#1@68अरे, क्या तुम अभी तक झिझक रही थी?

Youmu

#1@69अरे नहीं, बिलकुल नहीं।

Mokou

#1@70खैर, तुम बहुत ताक़तवर हो। वैसा क्यों है?

Mokou

#1@71क्या सब मुझसे कम उम्र के हैं?

Yuyuko

#1@72एक इंसान के शक्ति की सीमा होती है, है न?

Yuyuko

#1@73तुम जितना भी प्रयास कर लो, पर एक प्रेत को नहीं हरा सकते।

Youmu

#1@74मुझे लगता नहीं कि प्रेत होने से कुछ लेना-देना था, हम जीत गए क्योंकि हम दो थे।

Yuyuko

#1@75अरे, हमारे सामने कुछ ताज़े,स्वच्छ आँतें हैं। कितने दुर्लभ हैं।

Youmu

#1@76युयुको जी~~

Mokou

#1@77ठीक है।

Mokou

#1@78मुझे हिलने से भी दर्द हो रहा है, मुझे उबाल दो, भून दो, जो चाहे करो!

Yuyuko

#1@79उबालने या भूनने से फ़ायदा नहीं!

Yuyuko

#1@80तुम्हें आँतें कच्ची खानी पड़ेगी। उबालने या भूनने से अमृत का असर ख़त्म हो जाएगा।

Youmu

#1@81तो चलिए उसे भून देते हैं।

Mokou

#1@82मुझे भून दोगे, तब भी मैं मरूँगी नहीं। बस थोड़ा सा गर्म होगा.... *सिसकी*

Youmu

#1@83वैसे भी, हमारी ऐसी परिस्तिथि कब हो गई?

Yuyuko

#1@84क्या तुमने नहीं कहा कि तुम एक अग्नि परीक्षा लेना चाहती हो और मुझे साथ आने के लिए कहा?

Youmu

#1@85अरे हाँ, वो।

Youmu

#1@86तो आप अभी तक स्वच्छ आँतों के बारे में क्यों कहती जा रही थीं?

Youmu

#1@87मैं अग्नि परीक्षा को छोड़ चुकी थी। मैं समझ गई कि वह बस कागुया की चाल थी।

Youmu

#1@88वह सिर्फ़ हमें इस इंसान से लड़वाना चाहती थी। वह अग्नि परीक्षा झूठी थी।

Yuyuko

#1@89छोड़ दिया? तुमने बस रोक दिया न? असली अग्नि परीक्षा अब शुरू होती है।

Youmu

#1@90एँ.... सच कहूँ तो मैं डरावनी चीजों के सामने संभल नहीं पाती।

Yuyuko

#1@91अरे देखो उस पेड़ के नीचे भूत है...!

Youmu

#1@92आाााा!